Coding सिखने से बच्चो के विकास में बहुत सारे लाभ हो सकते है। उन्हें ये एक गेम खेलने जितना आनंद तो मिलता ही है लेकिन साथ में ये इनके बौद्धिक क्षमता की भी विकास होता है। बच्चो में विचार करने की कला , Technical skill , confidence का विकास होता है। यह उन्हें ानेवालव डिजिटल युग में तैयार करता है।
बच्चो को CODING सिखने से होनेवाले फायदे
Coding में अद्भुत कौशल्य को विकसित करने के गुण छिपे है। बच्चो के कई सारे कौशल्य को आपस में tuning से बच्चोंका तेज जल्द निखरकर सामने आता है।
CODING सिखने से बच्चो में होनेवाले फायदे और बदलाव के बारेमे जानेंगे
Problem Solving skill
हर समस्या का हल निकालने का एक सही तरीका होता है । solution के लिए जिन तमाम procces की आवश्यकता होती है उनका परिचय Coding सीखते वक़्त बच्चे सीखते है। समस्या का समाधान के लिए उसका सही तरीके से विश्लेषण करने और समाधान निकालने की क्षमता बच्चो में विकसित हो जाती है । बच्चो के आगे के एजुकेशनल हो या किसी भी सफर में ये स्किल काम आएगा।
Creativity
Coding के task एक discipline को फॉलो करती है । और बच्चो को एक step by step सोचने की आदत हो जाती है । Coding में तार्किक और संरचनात्मक तरीकेसे समस्या का हल ढूंढा जाता है । जब बच्चे खुद किसी गेम बनते है या कोई डिजिटल कहानी बनाते है तो उन्हें नए विचार तर्कों के सृजन करने के लिए प्रेरणा मिलती है।तो बच्चो को तर्क वितर्क का और रचनात्मक सोच को एक प्रकार से पंख ही मिल जाते है । बच्चे Animation ,Games , Programs , Designs इत्यादि create करते हुए अपनी कल्पना और व्यक्तित्व का विकास और रचनात्मकता को पुष्ट करते है ।
Persistence and Resilience
CODING के नियम और प्रोग्राम अगर बच्चो को समझ आ जाये तो उनमे बहोत INTEREST पैदा होगा । इसको एक गेम की तरह एन्जॉय करेंगे। इस दौरान खुद ही कुछ experiment करने की कुछ और जानने के भाव में अनेक गुणोंका अपने आप ही विकास हो जाता है। Coding में अक्सर परिक्षण और त्रुटि, DE-BUGGING और Troubleshooting इत्यदि शामिल होता है। एक चीज के लिए बार बार या अन्य तरीका का शोध इसमें बच्चे का धैर्य रखने का गुण काऔर सहनशक्ति का भी विकास हो जाता है। साथ ही निर्णय लेने की क्षमता , आत्म- विश्वास बढ़ जाता है।
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Mathematical Skill
Coding में कई तरह के “Concepts” शामिल होते है । Coding की दुनिया में मैथमैटिक्स अलग प्रकार से बच्चो को नज़र आता है । Coding सिखने से बच्चे गणितीय सिद्धांत और उनका उक्त उपयोग करना सिख जायेंगे। इससे बच्चे का Mathematics स्किल डेवेलोप हो जाता है।
improve communication skill
coding बच्चो में एक विवेकता से सोचने का भी संयोग बनता है । बच्चे बोलते वक़्त जल्द ही सही सन्दर्भ को पकड़ लेते है और बड़े ही रिलेवेंट बोलना सिख लेते है । इस तरह बच्चो में संवाद कौशल्य भी विकसित हो जाता है । अलग अलग प्रकार के प्रोग्राम और उदाहरणोंको प्रैक्टिस करते करते सभी गुणों का विकास हो जाता है ।C
Change in temperament :
जाने अनजाने में बच्चो में कोई आदत जब बनती जाती है तो उनके स्वभाव में बदलाव आते जाती है। कोडिंग में बच्चे अपने क्षमता के उच्च स्तर पर कौशल्य का उपयोग करते है तो कुछ गौण प्रकार की विकृतिया या बुरी आदते अपने आप कमजोर पड़ने लगते है , बच्चे उनकी तरफ ध्यान देना बंद करने लगते है । बच्चो के टेम्परामेंट में पॉजिटिव विकास होने लगते है ।
Coding से Unique prospective
Coding सिखने पर बच्चे हर उस चीज को अच्छे से समझने की जैसे लत लग जायेगी । चीजे उनको पहले जैसे नहीं दिखेंगे । इस डिजिटल दुनिया को अच्छे से समझने के लिए शुरुआती में ही एक दृष्टी कोण मिलने के कारन तेजी से बदलती दुनिया और रीतिओंसे ताल मेल बिठाने में पीछे नहीं रहेंगे । प्रैक्टिकली बहोत अच्छी तरहसे समझने लगेंगे ।